इस दुनिया ने एक से बढ़कर एक ठग देखे हैं - किसी ने इन्वेस्टमेंट स्कीम का लालच देकर लोगों को झांसा दिया, किसी ने चेक में हेराफेरी करके बैंकों को निशाना बनाया और किसी ने तो ताजमहल तक बेच डाला. आज की कहानी एक ऐसे ही ठग की, जिसने नाज़ियों को ठगा लेकिन खुद कोर्ट में इस जालसाज़ी को साबित भी किया. मगर क्यों? सुनिए हिस्ट्री के सबसे शातिर ठग का किस्सा ‘इति इतिहास’ में.
प्रड्यूसर : माज़ सिद्दीक़ी
साउंड मिक्सिंग : अमन पाल
एक आदत की वजह से मिली कवि को दो बार फांसी: इति इतिहास, EP 203